allahabad university faculty recruitment 2019

इस तरह का प्रचार हुआ करता था। कोई समय की पाबंदी नहीं। अगर एक ही हटिया में सभी पार्टी के लोग पहुंच जाते थे, तो सभी अपना-अपना प्रचार शुरू कर देते थे। इसलिए पहले के चुनाव और अब के चुनाव में काफी अंतर आ गया है।