,,,मेला,,,-दोदिवसीयअन्नपूर्णामेलेकामंगलवारकोसमापनहुआ-भक्तोंनेमंदिरमेंमांअन्नपूर्णाकेदर्शनकरपूजा-अर्चनाकी

संवादसूत्र,देवप्रयाग:बैशाखमाहमेंआयोजितहोनेवालेदोदिवसीयअन्नपूर्णामेलेकामंगलवारकोसमापनहोगयाहै।मेलेकेआखिरीदिनलोगोंकीभारीभीड़उमड़ीरही।इसदौरानलोगोंनेमंदिरमेंमांअन्नपूर्णाकेदर्शनकरपूजा-अर्चनाकी।

तीर्थनगरीकेसमीपतुणगीगांवमेंकरीब45वर्षपूर्वअन्नपूर्णामेलाक्षेत्रमेंपशुबलिकेविरोधमेंशुरूहुआथा।तबइसमेलेकोक्षेत्रमेंकोईविशेषमहत्वनहींदियागया।प्रसिद्धविद्वानवसमाजसेवीस्व.आचार्यचक्रधरजोशीवस्व.भारतीसिंहकेप्रयासोंसेनगरकेसमीपतुणगीगांवमेंशुरूहुएइसमेलेकेप्रभावसेक्षेत्रकेअन्यथौलमेलोंमेंभीपशुबलिधीरे-धीरेबंदहोगई।आजक्षेत्रमेंजहांकईमेलेलगभगसमाप्तहोचुकेहैं।वहींआजअन्नपूर्णामेलाक्षेत्रकाप्रमुखमेलाबनचुकाहै।मेलेमेंदेवप्रयागनगरसहितमुनेठ,पालीसैंण,बागी,कांडाधार,महड़,भ्वीट,कोटी,खड़गीर,सामपुर,किरोड़,भरपूर,साकनीआदिगांवोंसेभारीभीड़उमड़ी।ढोलदमाऊकीथापपरमंडाणनाचतेग्रामीणोंनेअन्नपूर्णामंदिरमेंझंडाचढ़ायावसभीकोधनधान्यदेनेकीकामनाकी।मेलेमेंमुजफ्फरनगर,बिजनौर,नजीबाबाद,रुड़कीआदिसेबड़ीसंख्यामेंआयेदुकानदारोंनेदुकानेंलगाईथी।वहींपूर्वछात्रसंघअध्यक्षअरविदजियालकीअगुआईमेंयुवाओंनेपानीवसरबतकीविशेषव्यवस्थाकीथी।मेलेमेंदूरदराजसेआएलोगोंनेयुवाओंकीपहलकीप्रशंसाभीकी।तीर्थनगरीकेसमीपआयोजितहोनेवालेएकमात्रअन्नपूर्णामेलेकोसरकारीतौरपरकोईसहायतानमिलनेसेमेलेमेंआनेवालेलोगोंकोअव्यवस्थाओंकासामनाकरनापड़ताहै।

By Davis