[ जीएनवाजपेयी]:वित्तमंत्रीनिर्मलासीतारमणनेएकमहत्वपूर्णबजटपेशकिया।इसबजटमेंसरकारकीमंशाएकदमस्पष्टहै।वहयहकिमोदीसरकारनकेवलकोविड-19केकारणअर्थव्यवस्थाकोहुएनुकसानकीभरपाईकरना,बल्किआनेवालेवर्षोंमेंतेजआर्थिकवृद्धिकेलिएभीआधारतैयारकरनाचाहतीहै।आधुनिकविश्वमेंअमेरिकासेलेकरयूरोपऔरहालमेंचीनतककिसीकेभीआर्थिककायाकल्पकीपटकथाबुनियादीढांचेकेविकासपरहीकेंद्रितरहीहै।इसीदिशामेंआगामीवित्तवर्षकेबजटमेंबुनियादीढांचाऔरसामाजिकक्षेत्रएवंसेहतपरबहुतध्यानदियागयाहै।इसमेंस्वास्थ्य,आवास,शिक्षाएवंस्वच्छताकेलिएउदारतापूर्वकआवंटनकेसाथहीनईनीति,संस्थागतढांचेऔरआर्थिकरियायतोंपरभीजोरदियागयाहै।इसकेनतीजेनकेवलबुनियादीढांचेमेंसुधार,बल्किबेहतरगुणवत्ताकेरूपमेंसामनेआएंगे।बुनियादीढांचेऔरसंपदासृजनमेंभारीनिवेशकेसाथ-साथउचितनीतियोंकेसाथउन्हेंअमलमेंलानेकीकार्ययोजना,उत्पादकतामेंबढ़ोतरीकरना,राजनीतिकजोखिमघटानाऔरबाजारसेवित्तीयसंसाधनोंकोजुटानेकाखाकाभीखींचागयाहै।वास्तवमेंबुनियादीढांचापरियोजनाओंकेलिएवित्तीयराहबंदहोनाएकबड़ाजोखिमरहाहैऔरकईअच्छीपरियोजनाएंइसीकारणदफनहोकररहगईहैं।

...ताकिबुनियादीढांचापरियोजनाओंकेलिएवित्तीयसंसाधनोंकीकमीनरहे

बजटमेंसड़क,रेल,हवाईअड्डे,बंदरगाहऔरबिजलीआदिजैसेबुनियादीढांचेसेजुड़ेसभीअहमपहलुओंपरध्यानदेनेकेअलावाइन्फ्रास्ट्रक्चरडेवलपमेंटफाइनेंसिंग इंस्टीट्यूशंसकेगठनजैसेकईकदमउठानेकाप्रस्तावहैताकिबुनियादीढांचापरियोजनाओंकेलिएवित्तीयसंसाधनोंकीकमीनरहेऔरएकगतिशीलडेब्टमार्केटकीराहभीखुले।सरकारनेसार्वजनिकउपक्रमों,गैसपाइपलाइन,बिजलीवितरणलाइनऔरजमीनोंकोभुनाकरवित्तीयसंसाधनजुटानेकादांवचलाहै।इसमेंरियलएस्टेटइन्वेस्टमेंटट्रस्टजैसीनईपहलऔररणनीतिकविनिवेशजैसीरणनीतिअपनाईजाएगी।यहनीतिऔरप्रस्तावितराहतमामनईपरिसंपत्तियोंकेसृजनऔरऊंचीआर्थिकवृद्धिमेंसहायकहोगी।बजटमेंप्रत्यक्षऔरअप्रत्यक्षकरोंमेंकिसीप्रकारकीबढ़ोतरीनहींकीगईहैताकियहसुनिश्चितकियाजासकेकिनिजीक्षेत्रऔरलोगोंकेपासउपलब्धसंसाधनोंमेंकमीनआएऔरसाथहीकोईगलतधारणाभीनबने।

पिछड़ेविनिर्माणक्षेत्रकोआगेबढ़ानेकेलिएबजटमेंकईघोषणाएंहुई

भारतकाविनिर्माणक्षेत्रदशकोंसेपिछड़ाहुआहै।मोदीसरकारद्वारा‘मेकइनइंडिया’जैसीबड़ीपहलकेबावजूदस्थितिमेंअपेक्षितसुधारनहींहै।इसदिशामेंरचनात्मकनीतियोंकेतहतबजटसेकुछसमयपहलेउत्पादकतासेसंबद्धप्रोत्साहनयानीपीएलआइजैसीयोजनाएंपेशकीगईहैं।उसीसिलसिलेकोआगेबढ़ानेकेलिएइसबजटमेंकईव्यावहारिकघोषणाएंहुईहैं।जैसेकिदेशमेंसातटेक्सटाइलपार्कोंकीस्थापनाकाप्रस्तावबजटमेंकियागयाहै।आखिरकारविनिर्माणक्षेत्रमेंसुधारकेअच्छेसंकेतदिखनेलगेहैं।

बजटमेंशोधकोप्रोत्साहन

बजटमेंभविष्यकीओरभीभरपूरध्यानकेंद्रितकियागयाहै।इसीदिशामेंशोधकोप्रोत्साहनदेनेकेलिएअगलेपांचवर्षोंकेदौरानशोधएवंविकासकोसमर्पित50,000करोड़रुपयेकाकोषस्थापितकियागयाहै।यहभारतकेलिएभविष्यकीबौद्धिकसंपदाविकसितकरनेमेंसहायकहोगा।इसीप्रकारस्टार्टअप्सयानीनवउद्यमोंकेलिएभीकईप्रकारकेप्रोत्साहनदिएगएहैंजिससेभारतकीयुवाऔरमेधाशक्तिकासमुचितउपयोगसंभवहोसकेगा।आवासक्षेत्रभीवित्तमंत्रीकीप्राथमिकतामेंरहा।इससेदेशमेंरोजगारमुहैयाकरानेवालेदूसरेसबसेबड़ेक्षेत्रकंस्ट्रक्शनउद्योगकोबड़ीमददमिलेगी।भौतिक-सामाजिकढांचेऔरविनिर्माणकोबढ़ावादेनेकेलिएअतिरिक्तआवंटनकालक्ष्यबड़ेपैमानेपररोजगारसृजनकरनाहीहै।वहींकौशलऔरस्वास्थ्यकेलिएअधिकसंसाधनोंसेउत्पादकतामेंवृद्धिहोगी।आवासक्षेत्रकोप्रोत्साहनकेसाथहीराशनकेलिए‘एकदेशएककार्ड’जैसीव्यवस्थासेलोगोंविशेषकरविस्थापितमजदूरोंकाजीवनऔरसुगमहोगा।

ईजऑफडूइंगबिजनेसमेंसुधारकेलिएबजटमेंहुईंकईघोषणाएं

ईजऑफडूइंगबिजनेसमेंसुधारकेलिएउल्लिखितनीतियोंकामकसदउद्यमिता,प्रतिस्पर्धाऔरविश्वासकेभावकोबढ़ानाहै।इससेनकेवलभारतीय,बल्किविदेशीउद्यमियोंकाउत्साहभीबढ़ेगा।भारतनेअपनेलिएवैश्विकआपूर्तिशृंखलाकाअहमकिरदारबननेकालक्ष्यनिर्धारितकियाहुआहै।बजटउनतमामघोषणाओंकोऔरसशक्तकरताहैजोउससेपहलेहीवैश्विकमापदंडोंसेतालमिलानेकेलिएकीगईहैं।इससेभारतमेंबड़ेघरेलूबाजारकोदेखतेहुएविदेशीकंपनियोंद्वारादेशपरऊंचादांवलगानेकीसंभावनाएंखासीबढ़गईहैं।

सरकारअबकारोबारीक्षेत्रमेंअधिकसक्रियनहींरहेगी

सरकारनेयहसंकेतभीदिएहैंकिवहकारोबारकेमोर्चेपरअपनीभूमिकासीमितकरतेहुएमुख्यरूपसेशासनपरहीध्यानकेंद्रितकरेगी।रक्षा,ऊर्जा,अंतरिक्ष,बैंकिंग औरबीमाजैसेरणनीतिकक्षेत्रोंसेइतरसरकारअबकारोबारीक्षेत्रमेंअधिकसक्रियनहींरहेगी।यहांतककिइनक्षेत्रोंमेंभीउसनेअपनेलिएएकलक्ष्मणरेखाखींचलीहै।शेयरबाजारमेंतमामकानूनोंकोसुसंगतबनानेऔरन्यायिकप्रणालीमेंसुधारकेसाथसभीहितधारकोंकेलिएसंतुष्टिकाबेहतरभावसुनिश्चितहोगा।

सौगातकेबजायरोजगारदेनासमझदारीभराकदम

अपनेपिटारेमेंसेवित्तमंत्रीनेसिर्फलोगोंकेहाथमेंनकदीदेनेऔरकरोंमेंरियायतोंकोछोड़करबाकीसभीसौगातदेनेकाकामकियाहै।संभवहैकिनकदीहस्तांतरणसेतात्कालिकआधारपरउपभोगमेंबढ़ोतरीहोती।चूंकिसरकारीखजानेकीसीमितगुंजाइशकोदेखतेहुएएकबारगीसौगातकेबजायरोजगारकेरूपमेंनिरंतरआधारपरराहतदेनाकहींसमझदारीभराकदमहै।वास्तवमेंसरकारनेअपनेखर्चमेंभारीइजाफेकाकदमउठायाहै,जिससेजीडीपीवृद्धिकोगतिमिलनेकेसाथहीउपभोगकोभीबढ़ावामिलेगा।वहींखर्चकेलिएराजकोषीयअनुशासनकेदायरेमेंकर्जलेनामुद्रास्फीतिकेसिरउठानेकीआशंकाकोरोकनेकाकामकरेगा।

बजटकीसफलताप्रभावीक्रियान्वयनमेंहीनिहितहोगी

किसीबजटसेइससेअधिकअपेक्षाएंनहींरखीजासकतीं।हालांकिइसकीसफलताप्रभावीक्रियान्वयनमेंहीनिहितहोगी।भलेहीमोदीसरकारकाट्रैकरिकॉर्डभरोसाजगानेवालाहो,परनौकरशाहीकेमोर्चेपरउलझाऊपेचअभीऔरसुलझानेहोंगे।साथहीआधुनिकएवंसमृद्धभारतबनानेमेंसरकारकीभलीमंशाकीराहमेंभीअड़ंगेनहींलगानेहोंगे।कुलमिलाकरवित्तमंत्रीनेशानदारकामकियाहै।

(लेखकसेबीऔरएलआइसीके पूर्वचेयरमैनहैं)

By Dobson