नयीदिल्ली,एकसितंबर(भाषा)केंद्रीयमंत्रीजितेंद्रसिंहनेकहाकिभारत2014सेविज्ञानकेहरक्षेत्रमेंअग्रणीबनकरउभररहाहै।उन्होंनेकहाकिजबअमेरिकीऔरसोवियतसंघचंद्रमापरउतरनेवालेथे,देशतबभी''नर्सरीकीकविताएंगा''रहाथा,लेकिनअबमंगलयानद्वाराप्राप्ततस्वीरेंनासामांगरहाहै।उन्होंनेयहभीकहाकिशिक्षितऔरयोग्यवैज्ञानिकोंपरबहुतअधिकनिर्भरताहै,हालांकिकमपढ़े-लिखेलोगभीनवाचारपेशकरसकतेहैं।उन्होंनेकहाकिएकजिम्मेदारसरकारवहहैजोयुवाओंकोअपनीआजीविकाकमानेकेलिएमाहौलतैयारकरतीहैक्योंकिकोईभीहरएककोसरकारीनौकरीनहींदेसकता।विज्ञानऔरप्रौद्योगिकीविभाग(डीएसटी)केअंतर्गतआनेवालेनिकायप्रौद्योगिकीविकासबोर्ड(टीडीबी)द्वाराआयोजितएककार्यक्रमकोसंबोधितकरतेहुए,सिंहनेकहाकिविज्ञानऔरप्रौद्योगिकीभारतकेआत्मनिर्भरबननेकीकुंजीहै।सिंहनेकहा,"भारतविज्ञानकेलगभगहरक्षेत्रमेंअग्रणीबनकरउभररहाहै,औरखासकरजबसेप्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदीनेपदभारसंभालाहै।हमारेपासमानवसंसाधनथालेकिनराजनीतिकइच्छाशक्तिऔरप्राथमिकतामेंकमीथीऔरवह2014केबादपूराहोगया।"उन्होंनेकहाकिमानवसंसाधनोंकीकोईकमीनहींहै,लेकिनचुनौतीयहहैकिइसेकैसेइसकाउपयोगकियाजाए?उन्होंनेकहा,"सौभाग्यसे,हमारेपासएकप्रधानमंत्रीहैंजोकाफीसहयोगकरतेहैं,जोहमेंनए-नएप्रयोगोंकोआजमानेकीआज़ादीदेतेहैं।"उन्होंनेकहाकिभारतमेंनएप्रतिमानविकसितकरनेकीभीक्षमताहै।