नईदिल्ली,पीटीआइ।बिजलीमंत्रालयनेसेक्टरकोआर्थिकरूपसेव्यावहारिकबनानेकेलिएशनिवारकोकुछनएनियमोंकीघोषणाकी।इसकामकसदबिजलीक्षेत्रसेजुड़ेअंशधारकोंकीलागतकीजल्दसेजल्दभरपाईकरनाहै।एकबयानमेंकहागयाहैकिमंत्रालयनेबिजलीक्षेत्रमेंस्थिरतातथास्वच्छऊर्जाकोप्रोत्साहनकेलिएनएनियमअधिसूचितकिएहैं।इसकेजरियेभारतजलवायुपरिवर्तनसेजुड़ीअपनीप्रतिबद्धताकोभीपूराकरसकेगा।

मंत्रालयनेकहाहैकिबिजलीक्षेत्रमेंनिवेशकरनेवालेऔरदूसरेअंशधारककानूनमेंबदलावकीवजहसेलागतनिकलने,अक्षयऊर्जामेंकमीऔरइससेजुड़ेअन्यमुद्दोंकीवजहसेचिंतितहैं।मंत्रालयनेबिजलीअधिनियम,2003केतहतजोनियमअधिसूचितकिएहैंवेउपभोक्ताओंऔरदूसरेअंशधारकोंकेहितमेंहैं।

इननियमोंमेंबिजली(कानूनमेंबदलावकीवजहसेलागतकीसमयपरवसूली)नियम,2021शामिलहै।

दूसरानियमबिजली(अक्षयऊर्जास्रोतोंसेउत्पादनकोप्रोत्साहन)सेसंबंधितहै।मंत्रालयनेकहाहैकिकानूनमेंबदलावकीवजहसेलागतकीजल्दवसूलीकाफीमहत्वपूर्णहै,क्योंकिसमयपरभुगतानबिजलीक्षेत्रकेलिएजरूरीहै।मंत्रालयनेकहाकिदुनियाभरमेंऊर्जाकेक्षेत्रमेंबदलावहोरहाहै।

भारतनेभीइसक्षेत्रमेंबदलावकीप्रतिबद्धताजताईहै।भारतनेअंतरराष्ट्रीयस्तरपरवर्ष2022तक175गीगावाटऔर2030तक450गीगावाटकीअक्षयऊर्जाक्षमताकीप्रतिबद्धताजताईहै।मंत्रालयनेकहाकिइननियमोंसेदेशकोनवीकरणीयऊर्जाकेलक्ष्यकोहासिलकरनेमेंमददमिलेगी।इससउपभोक्ताओंकोहरितऔरस्वच्छऊर्जाउपलब्धहोसकेगी।

इसकेतहतजिनबिजलीसंयंत्रोंकासंचालनअनिवार्यहै,उनपरबिजलीउत्पादनयाआपूर्तिमेंकटौतीकानियमनलागूनहींहोगा।हालांकिबिजलीग्रिडमेंकिसीभीतकनीकीदिक्कतकीस्थितिमेंयाबिजलीग्रिडकीसुरक्षाकोखतराहोनेपरबिजलीउत्पादनकोकमयाविनियमितकियाजासकताहै।बिजलीउत्पादनमेंकटौतीयाविनियमनकेलिएभारतीयविद्युतग्रिडकोडकेप्रविधानोंकापालनकरनाहोगा।

मिलकरकामकरेंगेटाटापावरऔरआइआइटी

स्वच्छऊर्जाऔरअन्यपरियोजनाओंपरमिलकरकामकरनेकेलिएटाटापावरनेआइआइटी-दिल्लीकेसाथकरारकियाहै।इनपरियोजनाओंकोशोधएवंविकासकेचरणसेपायलटचरणमेंबदलाजासकताहै।कंपनीनेएकबयानमेंकहाकिटाटापावरऔरआइआइटी-दिल्लीनेस्मार्टग्रिडप्रौद्योगिकी,स्वच्छऊर्जासमाधानजैसेक्षेत्रोंमेंसहयोगकरनेकेलिएसमझौताज्ञापनपरहस्ताक्षरकिएहैं।अनुसंधानऔरव्यवसायकेक्षेत्रमेंदोनोंसंस्थानोंद्वारासहयोगकरनेकीअपारसंभावनाएंहैं।

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