संवादसूत्र,शंभुगंज(बांका):प्रखंडकेअधिकांशविद्यालयोंमेंपेयजलकीस्थितिठीकनहींहै।गर्मीकाअसरदिन-प्रतिदिनतेजहोरहाहै।इसकेबादभीविभागपेयजलकेप्रतिगंभीरनहींहै।इसक्रममेंप्राथमिकविद्यालयकुर्माबाजारकीबातकरेंतोयहांपेयजलकीएकजटिलसमस्याहै।विद्यालयपरिसरमेंपीएचईडीकाएकचापानलपाइपलीकेजकेकारणगंदापानीनिकलताहै।दूषितजलसेरसोइयाभोजनपकानेकाकामकरतेहैं।इसकेअलावाविद्यालयमेंरसोईघरऔरशौचालयकीस्थितिभीखराबहै।रसोईघरनहींरहनेसेविद्यालयकेवर्गकक्षमेंलकड़ीचूल्हेपरभोजनपकताहै।विद्यालयपरिसरमेंशौचालयसिर्फदिखावेकेलिएढाचामात्ररहगयाहै।चोरोंनेदरबाजा,खिड़कीकीचोरीकरलीहै।बच्चेखुलेमेंशौचजानेकेलिएविवशहैं।विद्यालयकेबच्चेरोहित,मयंक,आयुष,शिवानी,रूबी,सोनी,सरितासहितअन्यनेबतायाकिघरसेबोतलमेंपानीभरकरस्कूलआतेहैं।ग्रामीणविभूतिप्रसादसिंहसहितअन्यनेबतायाकिविद्यालयबदुआनदीकेबिल्कुलकरीबहै।जिसकारणचापानवकापाइपलिकेजहोनेसेनदीकाजलस्रोतसंपर्कमेंहै।चापानलकादूषितजलसेभोजनतैयारहोताहै,जोबच्चेसेवनकरतेहैं।उन्होंनेचापानलमरम्मतीकेलिएपीएचईडीविभागकेअलावाप्रखंडबीआरसीमेंभीशिकायतकीहै।पीएचईडीविभागकेजेईमिटूकुमारनेबतायाकिखराबचापानलकीमरम्मतकरायीजाएगी।

चापानलसेदूषितजलनिकलताहै,लेकिनइसपानीकाव्यवहारसिर्फबर्तनसाफकरनेकेलिएहैं।रसोईबनानेअथवापेयजलकेलिएसमीपकेआमबगीचासेपानीलातेहैं।

उपेंद्रकुमार,विद्यालयप्रभारी

By Davison