शामली,जेएनएन।बच्चेकोजन्मतोमां-बापदेतेहैं,लेकिनउसेसांसारिकज्ञानगुरुहीकरातेहैं।गुरुहीजीवनमेंसर्वोच्चतापानेकापथप्रदर्शकहै।शिक्षकऔरशिक्षाशब्दकोचरितार्थकियाहैइसशिक्षकदंपतीने।कैरानाक्षेत्रकेअलग-अलगगांवकेस्कूलोंमेंइनशिक्षकोंकीनियुक्तिहै।नियुक्तिहुईतोधर्मेद्रशर्माकेस्कूलमें50बच्चेथे।इनसभी50बच्चोंकीजिम्मेदारीभीधर्मेद्रपरहीथी,चूंकिअन्यकिसीशिक्षककीतैनातीस्कूलमेंनहींथी।अबस्कूलमेंभरपूररौनकहै।बच्चोंकीसंख्या100हैऔरस्कूलमेंहरियालीहै।गांवभूरास्थितस्कूलमेंअलकासहायकअध्यापिकाहैं।गांवमेंघूमकरअभिभावकोंकोजागरूककरनाऔरफिरबच्चोंकोशिक्षादेनाइनकीपहलीपसंदहै।शिक्षकदंपतीदोपहरतकस्कूलीबच्चोंकेसाथमेहनतकरनेकेबादशामकोघरजाकरअपनेबच्चोंकोसमयदेपातेहैं।इनकेलिएस्कूलमेंपढ़नेवालाहरबच्चास्वयंकेबच्चाजैसाहीहै।
शामलीकेब्लाककैरानाक्षेत्रकेगांवउच्चप्राथमिकविद्यालयजंधेड़ीमेंधर्मेद्रशर्मासाल2013सेविद्यालयमेंप्रधानाध्यापककेपदपरतैनातहैं।धर्मेद्रनेजबचार्जलियातोस्कूलकीहालतबेहदखराबथी।बच्चोंकीसंख्यामात्र50थी।उन्होंनेविभागऔरनिजीखर्चसेपहलेतोस्कूलकीहालतमेंसुधारकराया।उसकेबादउन्होंनेगांवमेंलोगोंसेसंपर्ककियाऔरदाखिलाअभियानचलाया।उन्होंनेअभिभावकोंसेवायदाकियाकिवहबच्चोंकोपूरीमेहनतकेसाथपढ़ायाकरेंगे।सरकारकीतमामसुविधाओंकाभीलाभदिलाएंगे।अबस्कूलमेंतमामअंग्रेजीमाध्यमस्कूलजैसीसुविधाएंहैं।आजयानीशिक्षकदिवसपरबेसिकशिक्षाविभागकीओरसेइनकोसम्मानितभीकियाजाएगा।
इनकीपत्नीकैरानाक्षेत्रकेगांवभूरास्थितकन्याउच्चप्राथमिकविद्यालयमेंसाल2010सेसहायकअध्यापिकापदपरतैनातहैं।निजीस्कूलोंकीतर्जपरसरकारीस्कूलोंमेंआर्टएंडक्राफ्टकीकक्षाएंचलाई।बच्चोंकोअखबारबनानेकेबारेमेंजागरूककिया।बेसिकशिक्षामंत्रीसतीशचंद्रभीइनकेकार्यकीसराहनाकरचुकेहैं।अलकाशर्माएककवयित्रीएवंलेखिकाभीहैं।