संवादसहयोगी,बटाला:दीस्टालवार्टइंटरनेशनलस्कूलमेंबैसाखीकेशुभअवसरपरस्कूलकेचेयरमैनबूटासिंहमलियांवालकेनिर्देशानुसाररंगारंगसांस्कृतिककार्यक्रमकाआयोजनकियागया।इसमेंस्कूलकेडायरेक्टरएडवोकेटबशिदरपालसिंह(शैरीमलियांवाल)नेमुख्यअतिथिकेरूपमेंशिरकतकी।
कार्यक्रमकाआरम्भमूलमंत्रकेउच्चारणकेबादखालसापंथकीस्थापनासेसंबंधितलघुनाटिकाद्वाराकियागया।नन्हेबच्चोंकेपंजाबीसभ्यताऔरसंस्कृतिकोदर्शातेहुएफैशनशोनेजहांदर्शकोंकामनमोहलिया,वहींचौथीकक्षाकेविद्यार्थीकुलतेजनेगतकाकाशानदारप्रदर्शनकरकेसिखफौजोंकेखासहुनरसेअवगतकरवाया।इसदौरानछठी,सातवींऔरआठवींकेविद्यार्थियोंनेपंजाबकेलोकनृत्यभंगड़ाकाखूबसूरतप्रदर्शनकिया।
स्कूलकेचेयरमैनबूटासिंहमलियांवालनेसभीकोबैसाखीकीबधाईदीतथाअपनाशुभआशीर्वाददिया।प्राधानाचार्यमु.इम्तियाजुलहुसैननेइसदिनकेमहत्वपरप्रकाशडालतेहुएबतायाकिपूरेभारतमेंयेत्योहारविभिन्ननामोंसेमनायाजाताहै।इसत्योहारकोकिसानोंकीकड़ीमेहनतसेजोड़तेहुएउन्होंनेविद्यार्थियोंकोभीकर्मठऔरमेहनतीबननेकेलिएप्रेरितकिया।उन्होंनेकहाकिहमसौभाग्यशालीहैंकिहमउसधरतीपरपैदाहुएजोविश्वभरमेंअपनीसभ्यताऔरसंस्कृतिऔरढेरोंत्योहारोंकेलिएअलगपहचानरखतीहै।स्कूलकेडायरेक्टरएडवोकेटबशिदरपालसिंहनेइसदिनकोखालसापंथकीस्थापनासेजोड़तेहुएविद्यार्थियोंकोखालसानियमोंकेतहतअपनेआचरणकोखालिसऔरशुद्धबनानेकेलिएप्रेरितकिया।कार्यक्रमकेदौरानमंचकासंचालनऋतुआहूजानेकिया।