नईआबकारीनीतिकेअनुसारउत्तरप्रदेशमेंप्रतिव्यक्तियाएकघरमेंमहज6लीटरशराबहीरखीजासकेगी.अगरइससेअधिकमात्रामेंशराबरखनीहैतोआबकारीविभागसेलाइसेंसलेनाहोगा.मुख्यमंत्रीनेपत्रकारोंसेकहाकिइसकदमसेशराबकीतस्करीपररोकलगेगीऔरयहराज्यकेहितमेंहैं.
यहपूछेजानेपरकिक्याराज्यसरकारकीउत्तरप्रदेशकोशराबमुक्तबनानेकीयोजनाहै?उन्होंनेकहाकि‘हमजबरनकुछनहींकरसकते,लेकिनराज्यकेहितकेलिएजोभीहोगाहमवहकदमउठाएंगे.’उल्लेखनीयहैकिपड़ोसीराज्यबिहारऔरगुजरातमेंभीशराबकीबिक्रीपरप्रतिबंधहै.
उत्तरप्रदेशसरकारद्वाराजारीनईआबकारीनीतिकेतहतअगरआपअपनेघरमेंतयसीमासेअधिकशराबरखतेहैंतोआपकोआबकारीविभागसेलाइसेंसलेनाहोगा.यहीनहींइसलाइसेंसकेलिए़सालाना12000रुपयेआपकोयूपीसरकारकोदेनाहोगा.वहीं51,000रुपयेआबकारीविभागकोसिक्योरिटीकेरूपमेंदेनाहोगा.बतादेंकिअगरकोईव्यक्तिइननियमोंकाउल्लंघनकरतापायाजाताहैतोउसकेखिलाफअधिकमात्रामेंशराबरखनेकोलेकरकार्रवाईकीजाएगी.