बतादेंकिभौगोलिकदृष्टिसे,महाबलेश्वरसह्याद्रिपर्वतश्रृंखला(पश्चिमीघाट)केशीर्षबिंदुओंमेंसेएकहैजोमहाराष्ट्रकोतटीयक्षेत्रऔरपठारकेबीचविभाजितकरताहै.
गृहमंत्रीअमितशाहनेट्वीटकियाहै,”महाराष्ट्रकेरायगढ़मेंभारीबारिश,भूस्खलनसेहुआहादसाअत्यंतदुःखदहै.इससंबंधमेंमैंनेCMश्रीउद्धवठाकरेऔर[email protected]सेबातकीहै.NDRFटामेंराहतवबचावकार्योंमेंजुटीहैं.केंद्रसरकारलोगोंकीजानबचानेकेलिएवहाँहरसम्भवमददपहुंचारहीहै.
वहीं,महाराष्ट्रकेमुख्यमंत्रीउद्धवठाकरेनेकहाहै,”रायगढ़केतलाईगांवमेंभूस्खलनसेकरीब35लोगोंकीजानचलीगईहै.कईजगहोंपररेस्क्यूऑपरेशनजारीहै.मैंनेउनलोगोंकोनिकालनेऔरउन्हेंदूसरीजगहलेजानेकाआदेशदियाहैजोउनक्षेत्रोंमेंरहरहेहैंजहांभूस्खलनकीसंभावनाहै.
पुणेमेंभारतमौसमविज्ञानविभाग(आईएमडी)केवरिष्ठवैज्ञानिककेएसहोसलिकरनेकहाकिसतारामेंलोकप्रियपर्वतीयक्षेत्रमहाबलेश्वरमें22जुलाईकोसुबहसाढ़ेआठबजेसे23जुलाईकोदेररातएकबजेतक,करीब17घंटोंमें483मिलीमीटरवर्षादर्जकीगईहै.इससेपहले22जुलाईकोसमाप्तहोरहे24घंटेकीअवधिमें,इसीमौसमकेंद्रनेवहां461मिलीमीटरबारिशदर्जकीथी.
मौसमविभागकेमुताबिक,पिछले24घंटेमें204.4मिलीमीटरसेज्यादाबारिशकोअत्यधिकभारीबारिशमानागयाहै.हालांकि,महाबलेश्वरऔरनवाजामेंराज्यसरकारकेअलग-अलगविभागोंद्वारादर्जआंकड़ेदिखातेहैंकिबारिशइससेकहींज्यादाथी.
इसीप्रकारकीभारीवर्षासताराजिलेमेंमहाराष्ट्रकेप्रमुखपन-बिजलीसंयंत्रकोयनापरस्थापितमौसमकेंद्र,नवाजामेंभीदर्जकीगई.
अधिकारियोंनेबतायाकिरत्नागिरिजिलेमेंचिपलुननवाजाकेपश्चिममेंहैजहांइसीअवधिमें300मिमीसेज्यादावर्षादर्जकीगई.
आईएमडीकेएकवरिष्ठअधिकारीनेकहा,महाबलेश्वरऔरमहाद(रायगढ़जिलेमें)केसाथहीनवाजाऔरचिपलुनमेंहवाईदूरीज्यादानहींहै,इसलिएइनशीर्षबिंदुओंपरभारीबारिशसेपानीइनकस्बोंकीतरफबहकरआरहाहै.”
रायगढ़जिलाकलेक्ट्रेटसेएकअधिकारीनेबतायाकिमहादतहसीलमें,पोलादपुरमें22जुलाईसे23जुलाईकेबीच305मिमीबारिशहुई.अगरशुक्रवारकोभीबारिशजारीरहतीहैतोअधिकारियोंकेलिएतलाशएवंबचावअभियानचलानाबहुतमुश्किलहोगा.रत्नागिरिजिलाधिकारीबीएनपाटिलनेकहाकियहचिपलुनमेंपिछले40वर्षोंमेंहुईसबसेबुरीबारिशहै.