संवादसूत्र,फरीदकोट
वर्ल्डओबेसिटीदिवसकेउपलक्ष्यमेंफरीदएकेडमीआफपेडिट्रिक्सद्वाराएमजीएमसीनियरसेकेंडरीस्कूलमेंबच्चोंकोओबेसिटीकेप्रतिजागरूकतालानेकेलिएमनायागया।यहदिवसहरसालचारमार्चकोपूरेसंसारमेमनायाजाताहै।
फरीदएकेडमीद्वाराप्रेजिडेंटडाक्टरगुरमीतकौरसेठीवसचिवडाक्टरसीमारायनेस्कूलकेबच्चोंकोहेल्थटाकदेकरसेहतकेप्रतिजागरूककिया।उन्होंनेबतायाकिओबेसिटीमेंशरीरबढ़नेकामुख्यकारणजंकफूडवशारीरिककार्यनहीकरनाइसकामुख्यकारणहै।
डाक्टरगुरमीतकौरसेठीनेबतायाकिस्कूलजानेवालेविद्यार्थियोंमेंसे17प्रतिशतबच्चोमेंमोटापेकेशिकारहै।इसमेंसेतीनप्रतिशतब्लडप्रेशरसेभीजूझरहेहैं।यहस्थितिकोरोनाकालसेपहलेकीथी,लेकिनकोरोनाकालमेबच्चोंकाघरोंमेंरहनाइससमस्याकोऔरबढ़ावादेसकताहै।इसलिएमोटापादिवस(ओबेसिटी-डे)हरसाल4मार्चकोबच्चोंसेहतकेप्रतिजागरूकताफैलानेकेमन्त्वसेमनायाजाताहै।
इसअवसरपरगुरुगोबिदसिंहमेडिकलअस्पतालवकालेजकेडॉक्टरसीमाग्रोवरनेकहाकि17प्रतिशतबच्चेमोटापेकेशिकारव3प्रतिशतबीपीकेशिकारहै।औरसबसेबड़ीबातयहहैकिबच्चोंकोमोटापेकाअहसासभीनहीहै।उन्होंनेबतायाकिदिनप्रतिदिनबच्चोंकेलाइफस्टाइलमेंलगातारबदलावआरहेहैजिसकेकारणयहसमस्याऔरभीबढ़सकतीहै।इसलिएहमेंइसमसलेकोगम्भीरतासेलेनाहोगा।औरमातापितावस्कूलटीचर्सकोबच्चोंकोलाइफस्टाइलपरध्यानदेनेकी•ारूरतहै।इसअवसरपरडाक्टर्स,अध्यापकोंवबच्चोंनेहिस्सालिया।