संवादसूत्र,साल्हावास:यहांस्थितएचडीवरिष्ठमाध्यमिकविद्यालयमेंप्राथमिकस्तरपरहिन्दीकाव्यपाठप्रतियोगिताआयोजनकीगई।जिसमेंदूसरीसेचौथीकक्षातककेप्रत्येकविद्यार्थीनेभागलिया।उपप्राचार्याकमलेशढिल्लोकीअध्यक्षतामेंआयोजितइसस्पर्धाकामुख्यउद्देश्यछात्रोंमेंअपनीमातृभाषाहिन्दीकेप्रतिजिज्ञासाबढ़ानाहैं।राष्ट्रपितामहात्मागांधीकेअनुसारकोईभीराष्ट्रअपनीमातृभाषाकेबिनाआगेनहींबढ़सकता।विभागानुसारहुईइसस्पर्धामेंकक्षादूसरीसे²ष्टि,हिमानी,ईशा,चेतन्यायशस्वीतथाइशिकाप्रथमस्थानपररहे।तीसरीकक्षासेखुशी,तेजस,कुंजल,अंशु,देवेन,चेतनातथाचौथीकक्षासेकीर्ति,पायल,प्रियांशु,रिद्धि,जतिनवविधिप्रथमस्थानपररहे।इसकाव्यपाठप्रतियोगितामेंहीरामणि,नीति,सोनिकावयोगितानेनिर्णायककीभूमिकानिभाई।विद्यालयप्राचार्यडा.हितैषपौलस्त्यानेबच्चोंकाउत्साहवर्धनकरतेहुएबाल्यावस्थाकीअनेकहास्यकविताएंसुनाकरछात्रोंकोलोट-पोटकरदिया।इसअवसरपरएच.डी.ग्रुपसंचालकरमेशगुलियानेबच्चोंकोप्रोत्साहितकातेहुएबतायाकिमनुष्यकीआंतरिकअनुभूतिकविताकेमाध्यमसेप्रकटहोतीहै।कविकीकल्पनारवि(सूर्य)सेभीबढ़करहोतीहैक्योंकिजहांपहुंचेनरवि,वहांपरपहुंचेकवि।बाल-सुलभचंचलमनसेकवितासुनातेबच्चोंकोदेखकरगुलियानेअपनाबचपनयादकरतेहुएप्रेरककहानियांभीसुनाई।

By Curtis