चेन्नई,26फरवरी(भाषा)प्रधानमंत्रीनरेन्द्रमोदीनेशुक्रवारकोकहाकिकेंद्रसरकारचिकित्साशिक्षाऔरस्वास्थ्यकेक्षेत्रमेंव्यापकबदलावलारहीहैतथाराष्ट्रीयचिकित्साआयोग(एनएमसी)इनक्षेत्रोंमेंबहुतपारदर्शितालेकरआएगा।प्रधानमंत्रीनेचिकित्साक्षेत्रकेविद्यार्थियोंसेप्रसन्नचित्तरहनेऔरहास्यरसकोबनाएरखनेकाआग्रहकियाऔरकहाकिइससेमरीजोंकोखुशरखनेकेसाथ-साथउनकामनोबलबढ़ानेमेंभीमददमिलेगी।एमजीआरचिकित्साविश्वविद्यालयके33वेंदीक्षांतसमारोहकोवीडियोकांफ्रेंसकेमाध्यमसेसंबोधितकरतेहुएमोदीनेकहाकिभारतनेस्वास्थ्यक्षेत्रमेंनकेवलनईराहबनाईहै,बल्किइसराहपरदूसरेदेशोंकीभीमददकीहै।उन्होंनेकहा,‘‘हमपूरेचिकित्साशिक्षाऔरस्वास्थ्यकेक्षेत्रमेंव्यापकबदलावलारहेहैं।’’उन्होंनेकहाकिएनएमसीकेगठनसेइसक्षेत्रमेंपारदर्शिताआएगीऔरयहनएचिकित्साकॉलेजोंकीस्थापनाकोतर्कसंगतबनाएगा।एनएमसीविधेयक2019मेंसंसदकेदोनोंसदनोंसेपारितहुआथाऔरपिछलेसालहीयहअस्तित्वमेंआया।इसआयोगकेगठनकाउद्देश्यभारतीयचिकित्साशिक्षाक्षेत्रमेंपारदर्शितालानेऔरगुणवत्तापूर्णतथाउत्तरदायीव्यवस्थाबनानाहै।उन्होंनेकहा,‘‘राष्ट्रीयचिकित्साआयोगनएचिकित्सामहाविद्यालयोंकीस्थापनाकेनियमोंकोनएसिरेसेतयकरेगा,ज्यादापारदर्शितालाएगाऔरइसक्षेत्रमेंमानवसंसाधनकीगुणवत्ताऔरउपलब्धतामेंसुधारकरेगा।’’प्रधानमंत्रीनेइसबातपरप्रसन्नताजाहिरकीकिडिग्रीऔरडिप्लोमाप्राप्तकरनेवालेछात्रोंमें70प्रतिशतसेअधिकमहिलाएंहैं।सभीछात्र-छात्राओंकोशुभकामनाएंदेतेहुएउन्होंनेकहा,‘‘किसीभीक्षेत्रमेंमहिलाओंकोआगेबढ़तेदेखनाएकविशिष्टअनुभवहै।जबऐसाहोताहैतोवहपलबेहदगर्वऔरखुशीकापलहोताहै।’’प्रधानमंत्रीनेकहाकिकोविड-19महामारीकेवर्तमानकालखंडमेंभारतकेस्वास्थ्यढांचेकोदुनियाभरमेंनएनजरिए,नएसम्मानऔरनईविश्वसनीयताकेसाथदेखाजारहाहैऔरऐसेमेंचिकित्सकोंकीजिम्मेदारीभीबहुतबढ़जातीहै।उन्होंनेकहा,‘‘आपसबऐसेसमयमेंस्नातककीउपाधिहासिलकररहेहैंजबभारतीयचिकित्साजगतकेपेशेवरों,वैज्ञानिकोंऔरफार्माजगतकेपेशेवरोंकोसम्मानकेनजरिएसेदेखाजारहाहै।कुलमिलाकरभारतकेपूरेस्वास्थ्यढांचेकोनएनजरिए,नएसम्मानऔरनईविश्वसनीयताकेसाथदेखाजारहाहै।’’उन्होंनेकहाकिइसकामतलबयहभीहैकिदेशकेयुवाचिकित्सकोंकेकंधोंपरजिम्मेदारीकाबोझभीबढ़ाहै।प्रधानमंत्रीनेकहाकिपिछलेछहवर्षोंकेदौरानएमबीबीएससीटोंमें30हजारसेअधिककीवृद्धिहुई,जो2014कीसंख्यासे50प्रतिशतसेअधिककीवृद्धिहै।इसीप्रकारएमबीबीएसकीस्नातकोत्तरसीटोंकीसंख्यामें24हजारकीवृद्धिहुईजो2014कीसंख्यासेलगभग80प्रतिशतकीवृद्धिहै।उन्होंनेकहाकि2014मेंदेशमेंसिर्फछहअखिलभारतीयआयुर्विज्ञानसंस्थानथेजबकिपिछलेछहवर्षोंमेंकेंद्रसरकारनेदेशभरमें15औरएम्सकोमंजूरीदीहै।मोदीनेकहाकिकेंद्रसरकारनेतमिलनाडुमें11नयेचिकित्सामहाविद्यालयोंकीस्थापनाकोमंजूरीदीहैऔरयेनएनएमहाविद्यालयउनजिलोंमेंखोलेजाएंगेजहांफिलहालकोईचिकित्सामहाविद्यालयनहींहै।उन्होंनेकहाकिइनचिकित्सामहाविद्यालयोंकेलिएभारतसरकार2000करोड़रुपएसेज्यादादेगी।उन्होंनेकहाकिबजटमेंघोषित‘प्रधानमंत्रीआत्मनिर्भरस्वस्थभारतयोजना’कोविड-19केनएऔरलगातारसामनेआरहेमामलोंकीपहचानकरनेऔरउनकाउपचारकरनेकेप्राथमिक,दूसरेऔरतीसरेदर्जेकेस्वास्थ्यतंत्रकीक्षमतामेंवृद्धिकरेगी।इसदौरानतमिलनाडुकेराज्यपालबनवारीलालपुरोहितभीउपस्थितथे।दीक्षांतसमारोहमें21,000सेअधिकछात्रोंकोडिग्रीऔरडिप्लोमाउपाधियांप्रदानकीगई।एमजीआरविश्वविद्यालयतमिलनाडुकेपूर्वमुख्यमंत्रीएमजीरामचंद्रन(एमजीआर)केनामपररखागयाहै।यहपहलामौकाथाजबदेशकेप्रधानमंत्रीनेइसविश्वविद्यालयकेदीक्षांतसमारोहकोसंबोधितकिया।प्रधानमंत्रीनेकहाकिछात्रोंऔरसंस्थानकीसफलताकोदेखकरएमजीआरबहुतखुशहोते।उन्होंनेकहाकिएमजीआरकीसरकारमेंगरीबोंकेप्रतिकरूणाझलकतीथीऔरस्वास्थ्य,शिक्षाऔरमहिलाओंकासशक्तिकरणउनकेप्रियविषयथे।

By Dodd