केंद्रीयवित्तमंत्रीअरुणजेटलीनेशनिवारकोकहाकिसमग्रविकाससरकारकीउच्चप्राथमिकताहैऔरसभीकेलिएखासतौरसेसमाजकेकमजोरतबकेलिएसामाजिकसुरक्षासुनिश्चितकरनेकेलिएपर्याप्तकदमउठाएजाएंगे।
जेटलीनेबजटपूर्वविभिन्नसामाजिकसेक्टरसमूहोंकेप्रतिनिधियोंकेसाथपरमार्शबैठकमेंकहा,“मौजूदासरकारकीएकप्रमुखप्राथमिकताएकगहनसामाजिककल्याणप्रणालीबनानीहै,जोप्राथमिकतौरपरदेशकेबच्चों,महिलाओंऔरवरिष्ठनागरिकोंकेलिएबेहतरशिक्षाप्रणालीऔरप्रभावीस्वास्थ्यदेखभालपरकेंद्रितहोगी।”
जेटलीनेकहाकिचूंकिसामाजिकक्षेत्रकेलिएसरकारीसंसाधनोंकाआवंटनसमयकेसाथबढ़रहाहै,लिहाजासमयकीमांगहैकिबेहतरनीतियोंऔरउनकेसमयपरक्रियान्वयनकेजरिएसामाजिकक्षेत्रमेंबुनियादीबदलावलायाजाए।
सामाजिकक्षेत्रकेप्रतिनिधियोंकेप्रमुखसुझावोंमेंअगलेबजटमेंसामाजिकसेक्टरकीयोजनाओंकेलिएआवंटनबढ़ानाऔरइसतरहकीसभीयोजनाओंकेउचितक्रियान्वयनकीनिगरानीकेलिएएकतंत्रविकसितकरनाशामिलहै।
अन्यसुझावोंमेंश्रमिकों,खासतौरसेखननक्षेत्रमेंकार्यरतश्रमिकोंकेलिएस्वास्थ्यदेखभालपरअधिकध्यानदेनाशामिलहै।यहभीसुझावआयाहैकिचिकित्सकों,नर्सोऔरअध्यापकोंकीरिक्तियांहरहालमेंभरीजाएं,ताकियेसार्वजनिकसेवाएंअप्रभावीबनीरहें।