संवादसहयोगी,नईटिहरी:राजकीयइंटरकॉलेजपौखालमेंलंबेसमयसेशिक्षकोंकाटोटाबनाहुआहै,जिसकारणछात्रोंकापठन-पाठनप्रभावितहोरहाहै।शिक्षकोंकीकमीकेचलतेअभिभावकोंकोअपनेपाल्योंकेभविष्यकीचिंतासतारहीहै।अभिभावकोंनेइससंबंधमेंजिलाधिकारीकोज्ञापनदेकरविद्यालयमेंशिक्षकोंकीतैनातीकीमांगकीहै।
राजकीयइंटरकॉलेजपौखाललंबेसमयसेशिक्षकोंकीकमीसेजूझरहाहै।पिछलेतीनसालोंसेप्रधानाचार्यसहितप्रवक्तावएलटीकेपदरिक्तचलरहेहैं।प्रवक्ताओंमेंहिदी,भौतिकविज्ञानववाणिज्यकेपदरिक्तचलरहेहैं।जबकिएलटीमेंगणित,अंग्रेजी,कला,विज्ञानकेपदखालीहैं।शिक्षकोंकीकमीकेचलतेछात्रोंकीपढ़ाईचौपटहोरखीहै।अभिभावकभीलंबेसमयसेविद्यालयमेंशिक्षकोंकीतैनातीकीमांगकरतेआरहेहैं,लेकिनअभीतकशिक्षकोंकीतैनातीनहींहोपाईहै।अभिभावकशिक्षकसंघकेअध्यक्षशीशपालसिंहगुसाईंकाकहनाहैकिविद्यालयमेंलंबेसमयसेकईमहत्वपूर्णविषयोंकेपदरिक्तहैं।इससंबंधमेंपूर्वमेंभीविभागकोअवगतकरायागयाहै।वर्तमानमेंविद्यालयमें430छात्रसंख्याहै,लेकिनमहत्वपूर्णविषयोंमेंशिक्षकनहोनेसेछात्रोंकापठन-पाठनप्रभावितहोरहाहै।अभिभावकोंनेजिलाधिकारीकोज्ञापनदेकरविद्यालयमेंशिक्षकतैनातकिएजानेकीमांगकीहै।ज्ञापनदेनेवालोंमेंसोहनसिंह,जोतसिंहगुसाईंआदिशामिलहै।