जागरणसंवाददाता,नूंह:जिलेकेस्कूलोंमेंविद्यार्थियोंकोभारतीयसंस्कृतिकाआधारसंस्कृतकाज्ञाननहींमिलपारहाहै।गांवउजीनाकेग‌र्ल्ससीनियरसेकेंडरीस्कूलमेंकरीब200बच्चेसंस्कृतकेज्ञानसेवंचितहैं।विशेषबातयेहैकिसंस्कृतविषयकेछात्राओंकीसंख्यादौसौहोनेकेबावजूदशिक्षाविभागस्कूलसेसंस्कृतअध्यापककीपोस्टकोहीखत्मकरचुकाहै।छहसेबारहवींकक्षातककीछात्राओंकीसुनेंतोवेसभीसंस्कृतकीशिक्षागृहणकरनाचाहतेहैं।लेकिनअध्यापकनाहोनेकेकारणवेकेवलकिताबोंतकहीसीमितहैं।इसमेंशिक्षाविभागकीलापरवाहीसाफनजरआरहीहै।जबस्कूलसेसंस्कृतकीपोस्टहीखत्मकरदीगईतोवहांछात्राओंकोसंस्कृतकाविषयचुननेक्योंदियागया।इसमेंखासबातयेहैकिबोर्डकीकक्षाओंमेंछात्राओंकेपाससंस्कृतविषयहै।बिनाअध्यापककेविद्यार्थीअपनेआपकोठगासामहसूसकररहेहैं।

बतादें,किभाजपासरकारयुवाओंकोलगातारभारतीयसंस्कृतिकोअपनानेपरजोरदेरहीहै।जिसकेलिएसरकारद्वाराकईतरहकेकार्यक्रमभीजिलास्तरपरआयोजितकिएजारहेहैं।लेकिनस्कूलसेभारतीयसंस्कृतिकाआधारसंस्कृतकाज्ञानहीखत्महोताजारहाहै।इससेयहीसाबितहोतीहैकिसरकारभीभारतीयसंस्कृतिकोसंजोनेकासपनाकेवलकार्यक्रमोंकेआधारपरहीदेखरहीहै।जबकिमूलधरातलपरकोईकार्यनहींकियाजारहाहै।इसकीबानगीउजीनाकेग‌र्ल्ससीनियरसेकेंडरीस्कूलमेंदेखनेकोमिलरहीहै।जहांछात्राओंकोसंस्कृतकाविषयतोदियागयाहै,लेकिनवहांपरशिक्षाविभागएकसालपहलेहीसंस्कृतअध्यापककीपोस्टखत्मकरचुकाहै।स्कूलकीबेटियोंनेशिक्षाविभागसेस्कूलमेंसंस्कृतअध्यापकतैनातकरनेकीमांगकीहै।स्कूलमेंसंस्कृतकीपोस्टकीहीसेंशनकरादीजाएगी।फिलहालहमनेअस्थाईतौरपरसंस्कृतअध्यापिकाकोवहांछात्राओंकोसंस्कृतपढ़ानेकेलिएभेजागयाहै।छात्राओंकोसंस्कृतकेज्ञानसेमहरूमनहींरहनेदियाजाएगा।

-अब्दुलमजीद,खंडशिक्षाअधिकारीनूंह।

By Dobson